Hindi Shayari When You SECRETLY Love Someone
Hindi shayari when you secretly love someone and want to tell her that "I love you" Than these Hindi love shayari are for you.
Hindi Shayari When You SECRETLY Love Someone |
Do you love someone from the bottom of your heart but never express to her or him that you love them too much. So this type of love can be expressed through this Hindi love shayari and we call them secret love shayari.
If you secretly love someone may be a boy or a cute girl than this cute romantic Hindi shayari will work for you like a charm. This romantic Hindi shayari will convey your message that you are crazy for her and you seek love from her.
But you are so shy and can not express your love in front of world.
For example :-
"Vicky" loves a girl so much. Her name is "Nikita". Nikita is a very bold and beautiful girl. But Vicky is a shy guy.
"Vicky secretly loves Nikita but afraid of telling her". Vicky thinks Nikita will say NO. That is why Vicky never expressed his emotions for Nikita.
If the similar case is with you as well than use this romantic shayari in Hindi and see the magic like Vicky did for Nikita. And now both are in love.
How to flirt with a girl
The SECRET guide Of Flirting
Hindi Shayari If You Secretly Love Someone
आहिस्ता बोलने का तेरा अंदाज़ बहुत कमाल है,
कान सुनते कुछ नही लेकिन दिल सब समझ जाता है!
उमर कितनी मंज़िलें तय कर चुकी थी मगर,
दिल एक बार तेरे दिल से टकराया तो ठहरा ही रह गया!
नाम तेरा ऐसे लिख चुका हूँ अपने वजूद पर,
की हम-नाम कोई तेरा मिल जाए तो भी दिल धड़क जाता है!
इतनी तहज़ीब से पेश आना आदत है तुम्हारी,
या, मुझे क़त्ल करने की साज़िश है तुम्हारी!
कितने मज़बूर हैं हम इस इश्क़ के हाथों,
ना तुझे पाने की औकात, ना तुझे खोने का हौंसला!
उस के साथ रहते-रहते, उस की चाहत सी हो गयी है;
उस से बात करते करते, उसकी आदत सी हो गयी है;
एक पल ना मिले तो बेचेनी सी लगती है,
दोस्ती निभाते-निभाते, उस से मोहब्बत सी हो गयी है!
दिल में हमने तुम्हारे प्यार की दास्तान लिखी है,
ना थोड़ी ना तमाम लिखी है,
कभी हुमारे लिए भी दुआ कर लिया करो सनम,
हमने तो हर एक साँस तुम्हारे नाम लिखी है!
गले मिला है वो मस्त-ए-शबाब बरसों में,
हुआ है दिल को सुरूर-ए-शराब बरसों में,
निगाह-ए-मस्त से उस की हुआ यह हाल मेरा,
की जैसे पी हो किसी ने शराब बरसों में!
~ दाघ दहलवी
कोई पूछ रहा है मुझसे मेरी ज़िंदगी की कीमत,
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना!
तेरे पास में बैठना भी इबादत, तुझे दूर से देखना भी इबादत;
ना माला ना मंतर, ना पूजा ना सजदा, तुझे हर घड़ी सोचना भी इबादत!