Dosti Shayari If You Want Friendship Like Jai-Veeru Of Sholay
Dosti shayari or friendship shayari in hindi to share with friends. And be like jai veeru of sholay.
Dosti Shayari If You Want Friendship Like Jai-Veeru Of Sholay |
These are intense and very emotional shayari that you must share with your friends before the relationship breaks.
Hindi friendship shayari is a great way to maintain and strengthen a friendship. If you want that your friends care for you like Krishna did for Sudhama than use this hindi friendship shayari to dazzle your friends and maintain a true loving and healthy friendship.
Set an example like jai veeru of sholay with this hindi friendship shayari.
Hindi frienship Or Dosti shayari
ऐ दोस्त हमने तर्क-ए-मोहब्बत के बावजूद,
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी कभी!
~ नसीर काज़मी
दूरिया होते हुए भी सफ़र वही रहेगा;
दूर होते हुए भी दोस्ताना वही रहेगा;
बहुत मुश्किल है यह सफ़र ज़िंदगी का;
अगर आपका साथ होगा तो एहसास वही रहेगा!
ज़िक्र हुआ जब खुदा की रहमतो का;
हमने खुद को खुशनसीब पाया;
तमन्ना थी एक प्यारे से दोस्त की;
खुदा खुद दोस्त बनकर चला आया!
इश्क़ और दोस्ती मेरे दो जहाँ हैं;
इश्क़ मेरी रूह तो दोस्ती मेरा ईमान है;
इश्क़ पर तो फिदा कर दूं अपनी सारी ज़िंदगी;
मगर दोस्ती पर तो मेरा इश्क़ भी कुर्बान है!
जाम पे जाम पीने का क्या फ़ायदा;
शाम को पी, सुबह उतर जाएगी;
अरे पीनी है तो दो बूँद दोस्ती के पी;
सारी ज़िंदगी फिर बस नशे में गुज़र जाएगी!
बहुत कुछ खोया, बहुत कुछ पाया;
कसम से ज़िंदगी ने बहुत हसाया, बहुत ही रुलाया;
पर शिकवा नही ज़िंदगी से हमे कोई;
क्योंकि इसी ने कुछ हसीन दोस्तो से भी मिलाया!
दोस्ती में दूरियाँ तो आती रहती हैं;
फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है;
वो दोस्त ही क्या जो नाराज़ ना हो;
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को माना लेती है!
दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहेता है;
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहेता है;
कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो गुजारो;
वो अफ़साना मौत तक याद रहता है!
तेरी उलफत कभी नाकाम ना होने देंगे;
तेरी दोस्ती कभी बदनाम ना होने देंगे;
मेरी ज़िंदगी में सूरज निकले ना निकले;
तेरी ज़िंदगी में कभी शाम ना होने देंगे!
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी कभी!
~ नसीर काज़मी
दूरिया होते हुए भी सफ़र वही रहेगा;
दूर होते हुए भी दोस्ताना वही रहेगा;
बहुत मुश्किल है यह सफ़र ज़िंदगी का;
अगर आपका साथ होगा तो एहसास वही रहेगा!
ज़िक्र हुआ जब खुदा की रहमतो का;
हमने खुद को खुशनसीब पाया;
तमन्ना थी एक प्यारे से दोस्त की;
खुदा खुद दोस्त बनकर चला आया!
इश्क़ और दोस्ती मेरे दो जहाँ हैं;
इश्क़ मेरी रूह तो दोस्ती मेरा ईमान है;
इश्क़ पर तो फिदा कर दूं अपनी सारी ज़िंदगी;
मगर दोस्ती पर तो मेरा इश्क़ भी कुर्बान है!
जाम पे जाम पीने का क्या फ़ायदा;
शाम को पी, सुबह उतर जाएगी;
अरे पीनी है तो दो बूँद दोस्ती के पी;
सारी ज़िंदगी फिर बस नशे में गुज़र जाएगी!
बहुत कुछ खोया, बहुत कुछ पाया;
कसम से ज़िंदगी ने बहुत हसाया, बहुत ही रुलाया;
पर शिकवा नही ज़िंदगी से हमे कोई;
क्योंकि इसी ने कुछ हसीन दोस्तो से भी मिलाया!
दोस्ती में दूरियाँ तो आती रहती हैं;
फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है;
वो दोस्त ही क्या जो नाराज़ ना हो;
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को माना लेती है!
दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहेता है;
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहेता है;
कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो गुजारो;
वो अफ़साना मौत तक याद रहता है!
तेरी उलफत कभी नाकाम ना होने देंगे;
तेरी दोस्ती कभी बदनाम ना होने देंगे;
मेरी ज़िंदगी में सूरज निकले ना निकले;
तेरी ज़िंदगी में कभी शाम ना होने देंगे!