Impress Her In Just 5 Minutes With This Judaai Shayari

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Impress Her In Just 5 Minutes With This Judaai Shayari


यादों की धुँद में आपकी परछाई सी लगती है,
कानो में गूँजती शहनाई सी लगती है,
आप करीब हो तो अपनापन है,
वरना सीने में साँसे भी पराई सी लगती हैं!


मोहब्बत नही है नाम सिर्फ़ पा लेने का,
बिछड़ के भी अक्सर दिल धड़कते हैं साथ साथ!


इस तरह दिल में समाओगे मालूम ना था,
दिल को इतना तड़पावगे मालूम ना था,
सोचा था दूर हो और याद नही आओगे,
मगर दूर होकर इस कदर याद आओगे मालूम ना था!






वो मिल गया तो बिछड़ना पड़ेगा फिर 'ज़रीन',
इसी ख़याल से हम रास्ते बदलते रहे!
~ इफफत ज़रीन


पाया तुमको तो हम को लगा तुमको खो दिया;
हम दिल पे रोए और यह दिल हम पे रो दिया;
क्यों इस के फांसले हूमें मंज़ूर हो गये;
कितने हुए करीब की हम दूर हो गये!


बिछड़ के तुझ से अजब वहशतों ने घेरा है,
उदास रहता है यह दिल भी जंगलो की तरह!


कितना भी चाहो ना भूल पाओगे हमे;
जितनी दूर जाओगे नज़दीक पाओगे हमे;
मिटा सकते हो तो मिटा दो यादें मेरी;
मगर क्या साँसों से भी जुदा कर पाओगे हमे!


आप को पा कर अब खोना नही चाहते;
इतना खुश हो कर अब रोना नही चाहते;
ये आलम है हुमारा आप की जुदाई में;
आँखों में है नींद पर सोना नही चाहते!


कैसे बयान करूँ अल्फ़ाज़ नही हैं;
दर्द का मेरे तुझे एहसास नही है;
पूछते हो क्या दर्द है मुझे;
मुझे दर्द ये है की तू मेरे पास नही है!


हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर;
हम उसे अपनी खता कहते हैं;
वो तों साँसों में ढली है मेरे; जाने क्यों लोग उसे मुझसे ज़ुदा कहते हैं!