10 Best Gila Shikwa Shayari To Make Space In Gf's Heart
Top 10 best gila shikwa shayari in Hindi and Urdu to make space in girlfriend's heart and impress her with this romantic lines.
10 Best Gila Shikwa Shayari To Make Space In Gf's Heart |
Had you been in quarrel or altercation with girlfriend and now both of you are not talking to each other. If this is the case than this gila shikwa shayari is going to help you a lot.
As the name says "Gila shikwa shayari" It means it will delete all the negative emotions from your girlfriend's heart and make a loving space in her heart. I think anybody having any type of altercation with her girlfriend or boyfriend must give a try to this gila shikwa shayari so that you move on from that negativity and make a romantic new start. It will also invoke those memorable feeling of good time of yours when you were with each other and in deep love.
This hindi shayaris are selected from one of the top shayars of world. This shayari contains all types of emotions that includes sad, angry, revenge and teasing. So lets start the best gila shikwa hindi shayari and send it your girlfriend or boyfriend on their facebook wall, pinterest or whstapp and make them feel special or tease them. Choice id yours, Share it and thank you. Top 10 best Gila shikwa shayari in Hindi
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10 Best Gila Shikwa Shayari To Make Space In Gf's Heart
लोग कहते हैं की बदनामी से बचना चाहिए,
कह दो बे इस के जवानी का मज़ा मिलता नही!
~ अकबर अल्लहाबाडी
हमारे चले जाने के बाद यह समंदर की रेत भी तुमसे पूछा करेगी,
कहाँ चला गेया वो शख्स जो तन्हाई में आ कर बस तुम्हारा ही नाम लिखा करता था
मेरी चाहत का सर-ए-आम तो चर्चा ना करो,
कम तो पहले भी नहीं और तो रुसवा ना करो!
~ फख़ीरा बातूल
दिल से रोए मगर होंठों से मुस्कुरा बैठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे,
वो हूमें एक लम्हा ना दे पाए अपने प्यार का,
और हम उनके लिए अपनी ज़िंदगी लूटा बैठे!
ले दे के अपने पास फ़ाक़ात एक नज़र तो है,
क्यों देखे ज़िंदगी को किसी की नज़र से हम!
~ साहिर लुधियानवी
इश्क़ का बटवारा रज़ामंदी से हुआ,
चमक उन्होने बटोरी तन्हाई हम ले आए!
कितना बदलू खुद को तेरे लिए,
कुछ तो मेरे अंदर मेरा रहने दे!
लगा कर आग सीने में चले हो तुम कहाँ;
अभी तो राख उड़ने दो तमाशा और भी होगा!
अब कौन से मौसम से कोई आस लगाए;
बरसात में भी याद ना जब उन को हम आए!
वो मोहब्बत भी तेरी थी, वो नफ़रत भी तेरी थी;
वो अपनापन और ठुकराने की अदा भी तेरी थी;
हम अपनी वफ़ा का इंसाफ़ किससे माँगते,
वो शहर भी तेरा था और अदालत भी तेरी थी!
कह दो बे इस के जवानी का मज़ा मिलता नही!
~ अकबर अल्लहाबाडी
हमारे चले जाने के बाद यह समंदर की रेत भी तुमसे पूछा करेगी,
कहाँ चला गेया वो शख्स जो तन्हाई में आ कर बस तुम्हारा ही नाम लिखा करता था
मेरी चाहत का सर-ए-आम तो चर्चा ना करो,
कम तो पहले भी नहीं और तो रुसवा ना करो!
~ फख़ीरा बातूल
दिल से रोए मगर होंठों से मुस्कुरा बैठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे,
वो हूमें एक लम्हा ना दे पाए अपने प्यार का,
और हम उनके लिए अपनी ज़िंदगी लूटा बैठे!
ले दे के अपने पास फ़ाक़ात एक नज़र तो है,
क्यों देखे ज़िंदगी को किसी की नज़र से हम!
~ साहिर लुधियानवी
इश्क़ का बटवारा रज़ामंदी से हुआ,
चमक उन्होने बटोरी तन्हाई हम ले आए!
कितना बदलू खुद को तेरे लिए,
कुछ तो मेरे अंदर मेरा रहने दे!
लगा कर आग सीने में चले हो तुम कहाँ;
अभी तो राख उड़ने दो तमाशा और भी होगा!
अब कौन से मौसम से कोई आस लगाए;
बरसात में भी याद ना जब उन को हम आए!
वो मोहब्बत भी तेरी थी, वो नफ़रत भी तेरी थी;
वो अपनापन और ठुकराने की अदा भी तेरी थी;
हम अपनी वफ़ा का इंसाफ़ किससे माँगते,
वो शहर भी तेरा था और अदालत भी तेरी थी!