Top 10 Best Sharabi Shayari In Hindi For Broken Heart
Top 10 best sharabi shayari for boys who lost their girlfriend or miss her a lot and drink too much in her memories.
Top 10 Best Sharabi Shayari In Hindi For Broken Heart |
Top 10 sharabi shayari in hindi
शराब शरीर को ख़त्म करती है
शराब समाज को ख़त्म करती है,
आओ आज इस शराब को ख़त्म करते हैं,
एक बॉटल तुम ख़त्म करो,
एक बॉटल हम ख़त्म करते है. ..
मैं तोड़ लेता अगर गुलाब होती,
मै जवाब बनता अगर सवाल होती,
सब जानते हैं मै नशा नही करता,
पर पी लेता अगर शराब होती…
हो चुकी मुलाकात अभी सलाम बाकी है
तुम्हारे नाम की दो घूँट शराब बाकी है
तुमको मुबारक हो खुशियूं का शामियाना
मेरे नसीब मे अभी दो गज़ ज़मीन बाकी है…
हमेशा याद आती है उनकी..
और मूड हो जाता है खराब..
तब हमेशा लेकर बैठे है हम…..
एक हाथ मे कलाम और एक हाथ मे शराब…
मेरी कब्र पे मत गुलाब लेके आना
ना ही हाथों में चिराग लेके आना
प्यासा हू मैं बरसो से जानम
बोतल शराब की और एक ग्लास लेके आना..
लोगों ने कहा की मैं शराबी हूँ,
मैने कहा उन्हो ने आँखों से पिलाइ है.
लोगों ने कहा की मैं आशिक़ हूँ,
मैने कहा आशिक़ी उन्हो ने सिखाई है.
लोगों ने कहा राहुल तू शायर दीवाना है,
मैने कहा उनकी मोहब्बत रंग लाई है.
नशा हम करते हैं ,
इल्ज़ाम शराब को दिया जाता है,
मगर इल्ज़ाम शराब का नही उनका है,
जिनका चेहरा हमे हर जाम में नज़र आता है…
कभी आँसू कभी खुशी देखी,
हमने अक्सर मजबूरी ओर बेकसि देखी,
उनकी नाराज़गी को हम क्या समझे,
हमने खुद अपनी तक़दीर की बेबसी देखी…
खुशियो से नाराज़ है मेरी ज़िंदगी,
प्यार की मोहताज़ है मेरी ज़िंदगी,
हंस लेता हू लोगो को दिखाने के लिए,
वरना दर्द की किताब है मेरी ज़िंदगी…
दिल पे जब से शराब का पहरा लग गया,
गम का अंदर आने का रास्ता बंद हो गया
ज़ुबान ने जब से शराब को छू लिया,
उसका नाम हमेशा के लिए भूल गया…
शराब समाज को ख़त्म करती है,
आओ आज इस शराब को ख़त्म करते हैं,
एक बॉटल तुम ख़त्म करो,
एक बॉटल हम ख़त्म करते है. ..
मैं तोड़ लेता अगर गुलाब होती,
मै जवाब बनता अगर सवाल होती,
सब जानते हैं मै नशा नही करता,
पर पी लेता अगर शराब होती…
हो चुकी मुलाकात अभी सलाम बाकी है
तुम्हारे नाम की दो घूँट शराब बाकी है
तुमको मुबारक हो खुशियूं का शामियाना
मेरे नसीब मे अभी दो गज़ ज़मीन बाकी है…
हमेशा याद आती है उनकी..
और मूड हो जाता है खराब..
तब हमेशा लेकर बैठे है हम…..
एक हाथ मे कलाम और एक हाथ मे शराब…
मेरी कब्र पे मत गुलाब लेके आना
ना ही हाथों में चिराग लेके आना
प्यासा हू मैं बरसो से जानम
बोतल शराब की और एक ग्लास लेके आना..
लोगों ने कहा की मैं शराबी हूँ,
मैने कहा उन्हो ने आँखों से पिलाइ है.
लोगों ने कहा की मैं आशिक़ हूँ,
मैने कहा आशिक़ी उन्हो ने सिखाई है.
लोगों ने कहा राहुल तू शायर दीवाना है,
मैने कहा उनकी मोहब्बत रंग लाई है.
नशा हम करते हैं ,
इल्ज़ाम शराब को दिया जाता है,
मगर इल्ज़ाम शराब का नही उनका है,
जिनका चेहरा हमे हर जाम में नज़र आता है…
कभी आँसू कभी खुशी देखी,
हमने अक्सर मजबूरी ओर बेकसि देखी,
उनकी नाराज़गी को हम क्या समझे,
हमने खुद अपनी तक़दीर की बेबसी देखी…
खुशियो से नाराज़ है मेरी ज़िंदगी,
प्यार की मोहताज़ है मेरी ज़िंदगी,
हंस लेता हू लोगो को दिखाने के लिए,
वरना दर्द की किताब है मेरी ज़िंदगी…
दिल पे जब से शराब का पहरा लग गया,
गम का अंदर आने का रास्ता बंद हो गया
ज़ुबान ने जब से शराब को छू लिया,
उसका नाम हमेशा के लिए भूल गया…