Top 10 Saint Thiruvalluvar SMS With Picture Quotes
Top 3 Saint Thiruvalluvar sms with picture quotes and messages in hindi for motivation, inspiration and for a perfect life.
Top 3 Saint Thiruvalluvar SMS With Picture Quotes |
Saint Thiruvalluvar was a great poet and author. his words even today influences people and motivates for living a perfect life. so today we are sharing his one of the top 3 sms with picture quotes. Saint Thiruvalluvar poetry and teachings is perfect for people who want to live their life perfectly and balanced. He lived a saint life and attained self realization. So one thing is sure he knew what is the best rule to live a life. He attained the self realization and knew the fact that god resides in our body. He is trying to show us the right way by their word which we have translated in Hindi for you. So enjoy the Saint Thiruvalluvar sms and picture quotes.
Saint Thiruvalluvar SMS and Picture quotes
Saint Thiruvalluvar SMS With Picture Quotes |
Saint Thiruvalluvar SMS With Picture Quotes |
Saint Thiruvalluvar SMS With Picture Quotes |
Saint Thiruvalluvar Hindi Quotes
इक्च्छाओ को त्यागने वाले व्यक्ती के गुण गाना उतना ही असंभव हैं जितना संसार मे अब तक मरे जीवोकी गिनती करना
महापुरुष उपकार का प्रतिफल नही चाहते
अगर ठीक मोके पर साधनो का ध्यान रखकर काम शुरू करो और समुचित साधनो का सदुपयोग तो कुछ भी असंभव नही हैं
याई परिस्थितिया अनुकूल हैं तो सीधे अपने ध्येय की और चलो लेकिन यदि परिस्थितिया अनुकूल नही हैं तो उस मार्ग का अनुसूरन करो जिसमे सबसे कम बाधा आने की संभावना हो
पुत्र के प्रति पिता का यही कर्तव्या हैं की वह उसे पहली पंक्ति मे बेथने योग्य बना दे
शब्दो का मुल्य जानने वेल पवित्र पुरुषो, पहले श्रोताओ की मानसिक स्थिति जान लो और फिर उपस्थित जनसमूह की अवस्था के अनुसार अपना व्याख्यान देना आरंभ करो
प्रेममय प्रकृति के अनुसार अपना व्याख्यान देना आरंभ करो
प्रेममय प्रकृति, बुद्धि और वाकपातुता राजदूत के लिए अनिवार्या हैं
महापुरुष उपकार का प्रतिफल नही चाहते
अगर ठीक मोके पर साधनो का ध्यान रखकर काम शुरू करो और समुचित साधनो का सदुपयोग तो कुछ भी असंभव नही हैं
याई परिस्थितिया अनुकूल हैं तो सीधे अपने ध्येय की और चलो लेकिन यदि परिस्थितिया अनुकूल नही हैं तो उस मार्ग का अनुसूरन करो जिसमे सबसे कम बाधा आने की संभावना हो
पुत्र के प्रति पिता का यही कर्तव्या हैं की वह उसे पहली पंक्ति मे बेथने योग्य बना दे
शब्दो का मुल्य जानने वेल पवित्र पुरुषो, पहले श्रोताओ की मानसिक स्थिति जान लो और फिर उपस्थित जनसमूह की अवस्था के अनुसार अपना व्याख्यान देना आरंभ करो
प्रेममय प्रकृति के अनुसार अपना व्याख्यान देना आरंभ करो
प्रेममय प्रकृति, बुद्धि और वाकपातुता राजदूत के लिए अनिवार्या हैं